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Parad Tantra (पारद तंत्र)

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更新日期:2019-02-13

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Parad Tantra (पारद तंत्र)(圖1)-速報App

अल्जोनिया आयुर्वेद प्रा0लि0 कम्पनी में आपका स्वागत है। हम आपके चित्त को उस उन्नति की ओर आकर्षित करना चाहते है कि जिससे संसार भर की उन्नतियाॅ स्वयं सिद्ध हो जायेगी।

Parad Tantra (पारद तंत्र)(圖2)-速報App

समस्त उन्नतियों की जड आरोग्योन्नति है जिसमें धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष इनकी उत्तम जड आरोग्य है। यह प्रकृति का नियम है कि किसी पदार्थ के एक अवयव की वृद्धि से उसकी उन्नति नही समझी जाती अर्थात उसकी विकृत अवस्था ही समझी जाती है।

Parad Tantra (पारद तंत्र)(圖3)-速報App

विशाल भारत देश में उन्नति के समस्त पदार्थो के उपस्थित रहने पर भी अपनी उन्नति सभी लोग नही कर पाते देश में कुछ छः प्रकार के लोग है। धनाढय, दरिद्र, विद्धान और मूर्ख सुखी तथा दुखी। दरिद्री, मूर्ख और दुखी ये तीनों देश का उद्धार नही कर सकते। सुखीजन अपनी विलासता के सामने देश का उद्धार का विचार करें तो क्यों ? धनाढय पुरूष विदेशी कम्पनियों, दरिद्री देशी भाईयों से ब्याज पैदा कर अपनी आत्मा तथा देश को उद्वत समझते है।

Parad Tantra (पारद तंत्र)(圖4)-速報App

अब रहे विद्धान वह अवश्य देश का उद्धार कर सकते हैं परन्तु द्रव्य की सहायता के बिना अपने गाल पर हाथ रख के विचारते रहते हैं। जन्म लेना उनका सार्थक है जो पैदा होने से घर, वंश, तथा देश का उद्धार कर सकें। सांसारिक सुख भोगते हुये कुछ महानुभावों से प्राप्त ज्ञान रस शास्त्रों को पढ कर हृदयरूपी समुद्र में इस हीन दशा को प्राप्त हुये इस शास्त्र को उन्नत करने के लिए इच्छा तरंगे लहराने लगी। तो मुझे इस शास्त्र को उद्धार करने की धुनी सूझी। विभिन्न प्रयोगो द्वारा अनेकानेक रहस्यों से पर्दा उठाया, विभिन्न धातुओं के संस्कार, शोधन, मारण, हनन, सत्व पातन, गर्भ द्रावण, जारण, उत्थापन, दु्रतिपात आदि कलायें विभिन्न प्रयोगो द्वारा किये।

Parad Tantra (पारद तंत्र)(圖5)-速報App

साहब कबीर दास जी ने कहा “जिन खोजातिन पाइया, गहरे पानी पैठ।”

वर्तमान समय में कला और विधाओं मेब डा फेर बदल है। धनी बनने के लिए लोग अनेकानेक उपाय कर रहे है। सम्बन्धित कला एवं विद्या सीखकर धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को प्राप्त कर सकते है। यदि मुझसे भारत देश की सेवा न हुई तो बडी लज्जा की बात है।